Mysterious serial Killer vs Detective - 1 Tripti Singh द्वारा क्राइम कहानी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 47

    पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स को एक औरत बार बार दिखती...

  • इश्क दा मारा - 38

    रानी का सवाल सुन कर राधा गुस्से से रानी की तरफ देखने लगती है...

श्रेणी
शेयर करे

Mysterious serial Killer vs Detective - 1

ये कहानी पूरी तरह से मेरी कल्पना पर आधारित है और इसमें किसी प्रकार की सत्यता नहीं हैं अगर ऐसा होता भी है तो ये इत्तेफाक मात्र है। मेरा उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं हैl इसमें अगर कोई भी गलती हुई हो तो मुझे क्षमा करें।




"आज फिर एक हृदय विदारक घटना हुई देहरादून के पोर्श इलाके हाथी कर्बला मैं रहने वाले मशहूर कपड़ा व्यापारी मनोहर दीक्षित के बेटे विशाल दिक्षित की चाकु से गोदकर हत्या कर दी गई। सूत्रों से पता चला है कि मध्य रात्रि लगभग 2:00 बजे के आसपास इस घटना को अंजाम दिया गया। ये पूरा मामला सीरियल किलिंग से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है"

49 वर्षीय धर्मेश जी अपने लिविंग रूम में बैठे टीवी देख पर यह न्यूज़ देख रहे थे यह एक जासूस है जिसका पता उनके परिवार के अलावा बहुत ही कम लोगों को है।

धर्मेश जी के परिवार में उनकी पत्नी शारदा तोमर जी एवं उनके 25 वर्षीय बेटे आकाश तोमर रहते हैं धर्मेश जी की एक बेटी भी थी लेकिन 6 साल पहले किसी कारण वस उसकी मौत हो गई थी।
(धर्मेश जी एक रेस्टोरेंट चलाते हैं हालांकि ये सिर्फ दुनियावालों की नजरो के लिए है असलियत तो हम सभी जानते हैं।)
अब तक उन्होंने बहुत से जटिल मामलों को सुलझाया है लेकिन 5 साल पहले उन्हें एक केस सौपा गया था जो की एक सीरियल किलिंग का मामला था।
आज के 5 साल पहले एक महीने के भीतर करीब 3 हत्याएं हुई जिनकी भी हत्याएं यह तीनों लोग लगभग 25 से 30 वर्षीय युवक थे जिनकी हत्याएं हुई। और फिर शुरू हुआ खूनी खेल आए दिन हत्याएं होनी शुरू हुई लेकिन सोचने वाली बात यह थी कि जिन लोगों की हत्या इन पांच सालों में हुई उन पर कोई ना कोई केस चल रहा था किसी पर बलात्कार का तो किसी पर छेड़छाड़ का तो किसी पर किसी को मारने का इल्जाम इनमे से ज्यादातर हत्याएं उन लोगों की हो रही थी जिनके ऊपर लड़कियों के साथ जबरदस्ती करने का इल्जाम था।
इसी तरह के हत्याओं के मामले पिछले आए दिन 5 सालों से सुनने को मिल रहे हैं
और अजीब बात तो यह थी कि आज तक उस सीरियल किलर को कोई नहीं ढूंढ पाया बड़े से बड़े अफसर को इस केस में मुंह की खानी पड़ी। धर्मेश जी भी 5 सालों से इस सीरियल किलर की खोज में है लेकिन आज तक कोई सबूत उनके हाथ नहीं लगा जिससे यह बताया जा सके कि आखिर कौन है जो यह सब कर रहा है।
धर्मेश जी के जीवन का यह पहला ऐसा केस था जिसे वह इतने सालों से सुलझाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन अभी तक सुलझ नहीं पाया था।


धर्मेश जी बहुत तेज दिमाग के थे लेकिन इस बार वह समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर उनसे गलती कहां हो रही है आखिर वह उस सीरियल किलर को ढूंढ क्यों नहीं पा रहे हैं।


आज भी वही विनती है आप सभी से कोई भी गलती हुई हो तो मुझे क्षमा करें 🙏😊


फिर मिलेंगे आप सभी अपना बहुत ख्याल रखिए और हमेशा खुश रहिए 🙏🥰

Tripti Singh.......